भारतीय समाज को समाजशास्त्रिय द्रष्टिकोण से समझने के लिए आवश्यक है की समाज से सम्बन्धित सभी अवधारणाओं का अध्ययन सरलतम और बोधगम्य भाषा में किया जाए| इसी उद्देश्य को ध्यान में रखकर प्रस्तुत पुस्तक का लेखन कार्य किया गया है| समाजशास्त्र की अधिकांश आवधारणाएं कठिन शब्दावली के सात व् विवरणात्मक रूप में उपलब्ध हैं जो की विद्यार्थियों को आसानी से बोधगम्य नहीं होती हैं| प्रस्तुत पुस्तक ‘समाजशास्त्र का परिचय’ यू.जी.सी. के दिशा निर्देशानुसार गोविन्द गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय, बांसवाडा के नवीनतम पाठ्यक्रम एवं मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय, उदयपुर द्वारा स्वीकृत पाठ्यक्रम बी.ए. पार्ट के विद्यार्थियों के लिए उपयुक्त है| प्रस्तुत पुस्तक में स्नातक प्रथम वर्ष समाजशास्त्र विषय के विद्यार्थियों को (विशेषकर जनजातीय क्षेत्र के) ध्यान में रखकर सभी अवधारणाओं को सरलता रूप में उदहारण के सात प्रस्तुत किया गया है| आशा करती हूँ की प्रस्तुत पुस्तक की पाठ्य सामग्री जो की विस्तृत विषयवस्तु की एक प्रकार से संक्षिप्तिकरण है, प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी| उक्त पुस्तक की विषयवस्तु की रचना के दौरान सामान्य रूप से प्रयुक्त होने वाले भाषायी एवं साहित्यिक शब्दावलियों को सहज बनाने के लिए कई सामान्य शब्दों का प्रयोग कर उसे नोट्स के रूप में लिपिबद्ध करने से नवाचार किया गया है जिसका एकमात्र उद्देश्य विद्यार्थियों को सरक भाषा में विषयवस्तु के मूल भाव से जोड़ा जाना है| शब्द एवं वाक्य रचना की द्रष्टि से यह पुस्तक विस्तृत ना होकर संक्षिप्त एवं सरल रखने की दिशा में पहला प्रयास है| पाठ्य-सामग्री को विभिन्न समाजशास्त्रिय विद्वानों एवं समाज वैज्ञानिकों के उद्बोधनों को प्राथमिकता देते हुए पाठ्य सामग्री को उपयोगी बनाने का ओरतास किया गया है| पाठ्य पुस्तक की विषयवस्तु को यथा सम्भव त्रुटि रहित, तथ्यपरक एवं बोधगम्य रखने का प्रयास किया गया है फिर भी किसी प्रकार के संशोधन हेतु छात्रों एवं पाठकों के सुझावों का स्वागत करूंगी|

समाजशास्त्र एक परिचय
Introduction To Sociology (Hindi)
₹135.00
ISBN | 9789385053160 |
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Name of Authors | Dr. Priyanka Choubisa |
Name of Authors (Hindi) | डॉ. प्रियंका चौबीसा |
Edition | 1st |
Book Type | Paper Back |
Year | 2020 |
Pages | 133 |
Language | Hindi |
University | MLSU |
Branch | Arts |
Stream | B.A. |
डॉ. प्रियंका चौबीसा गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय, बांसवाडा द्वारा संबंद्धता प्राप्त दिशा डिग्री कॉलेज, डूंगरपुर में प्राचार्य पद पर कार्यरत है, सात ही महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष भी हैं| इन्होंने मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयुर से स्नातकोत्तर एवं “जनजाति युवा व् मानवाधिकार” विषय पर Ph.D. की उपाधि प्राप्त की है सात ही आपने एम.फिल. की उपाधि भी प्राप्त की है| डॉ. चौबीसा के कुछ शोध पात्र राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय पत्र – पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं| आपने स्नातकोत्तर के दौरान “डूंगरपुर नगर के जनजाति समाज में मानवाधिकार (एक समाजशास्त्र अध्ययन)” विषय पर लघु शोध प्रबन्ध भी लिखा है| डॉ. चौबीसा की अनुसंधान रूचि जनजाति क्षेत्र में मानवाधिकार व जनजाति मान्यताओं पर आधारित शोषण पर धयन आकर्षित करने में है| आपने इसी विषय पर अधिकृत अनुसंधान कार्य भी पूर्ण किया है| महाविद्यालय स्तर 11 वर्षो के समाजशास्त्र विषय अध्यापन अनुभव के सात वर्तमान में आप महाविद्यालय के प्रशासकीय संचालन के सात रूचि संदर्भित शोध पत्रों के रचनाकार्य का संपादन भी कर रही हैं|
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