साक्षात्कार मात्र एक कविता संग्रह नहीं, वरन यह आज के युग में भारत जैसे महँ राष्ट्र जिसे देव भूमि कहा जाता था, में रहने वाले लोगों के व्यहार, विचार व् सोच में परिलक्षित उस परिवर्तन के प्रति गहरी चिंता की शब्दाभिव्यक्ति है जिसके कारन माँ भी खून के आसूँ रोने को विवश है| यघपि परिवर्तन प्रकृति का नियम है, यह शाश्वत व् अनिवार्य है परन्तु उन्हीं परिवर्तनों, आधुनिकता व् तकनिकी ज्ञान के विस्तार के साथ-साथ कुछ एसी परम्पराएँ, विचारधाराएँ व् रीती-रिवाज प्रचलन में आ जाते है, जो किसी भी द्रष्टि से लाभदायक नहीं है, न ही वांछनीय है| वे मानवीय मूल्यों एवं रिश्तों को नष्ट भ्रष्ट करते जाते है, हर कोई उनके बंधनों से दु:खी तो है, पर उनके विरोध से डरता है| वह इनकी बेड़ियों से इस प्रकार जकड जाता है, जैसे मकड़ी स्वयं अपने बनाये जाल में फँस जाती है, साथ ही भौतिकवाद से प्रभावित असंतुष्ट मानवीय प्रवृति भी मनुष्य से वह सब कुछ करवा रही है जो प्राणीमात्र के लिए दु:खदायी है| उपर्युक्तानुसार चाहे प्राचीन मूल्यों की गलत व्याख्या से उभरती विकृत परम्पराएँ हो, चाहे आधुनिकता की अंधी- दौड़ में मानव द्वारा मानवीय मूल्यों की हर सीमा को पार कर जाना, चाहे भौतीकता के नाम पर मानवीय संवेदनाओं का ह्रास, पर यह सभी कुछ आज के विषय का एसा ह्रदय विदारक द्रश्य प्रस्तुत करता है जिसे देखकर मेरे जैसे लोगों का ह्रदय दर्द से भर उठता है और वह कलम की स्याही का सहारा पाकर कागज पर फुट पड़ता है और उससे यही प्रशन उठ खड़े |
साक्षात्कार (कवितांजलि)
Interview (Kavitaanjali) (Hindi)
₹85.00
ISBN | 9788179064535 |
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Name of Authors | Neetu Parihar |
Name of Authors (Hindi) | नीतू परिहार |
Edition | 1st |
Book Type | Paper Back |
Year | 2015 |
Pages | 42 |
Language | Hindi |
नाम : गायत्री जोशी जन्म दिनाक : 14.12.1977 जन्म स्थान : डूंगरपुर राजस्थान शैक्षिक पृष्टभूमि : बीए, बीएड, एम.ए (अर्थशास्त्र, संस्कृत,शिक्षा) पद : व्याख्याता, राज्य शेक्षिक आनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान, उदयपुर (राजस्थान)
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