यह पुस्तक आदिवासी भील समुदाय में विभिन्न प्राधिकार एवं शक्ति संरचना के स्वरूपों को उजागर करती है| आदिवासी प्राधिकार संरचना का विकाश प्रक्रियाओं पर प्रभाव परखने हेतु उदयपुर जिले के दो गांवों का चयन किया गया| क्षेत्रीय अनुसन्धान के द्वारा यह जानने का प्रयास किया गया की आदिवासी गाँवों में पारम्परिक प्राधिकार संरचना क्या है? और विकास कार्यक्रमों या सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया के प्रति इस संरचना में क्या परिवर्तन आ रहे है? साथ ही इन क्षेत्रों में विकास प्रक्रियाओं को वहाँ की प्राधिकार संरचना किस प्रकार प्रभावित कर रही है? इन संदर्भोकी जाँच एवं विवेचना पुस्तक के ७ अध्यायों के अन्तर्गत की गई है|
आदिवासी प्राधिकार संरचना
Authority Structure Among Tribals (Hindi)
₹495.00
ISBN | 9788179066478 |
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Name of Authors | Dr. Shyam S. Kumawat |
Name of Authors (Hindi) | डॉ. श्याम एस. कुमावत |
Edition | 1st |
Book Type | Hard Back |
Year | 2018 |
Pages | 495 |
Language | Hindi |
डॉ. श्याम एस. कुमावत (M.A स्वर्ण-पदक , मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय उदयपुर,NET, Ph.D ) वर्तमान में एसोसियेट प्रोफेसर, समाजशास्त्र, राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय उदयपुर, के पद पर कार्यरत है| आप गत 22 वर्ष से स्नातक - स्नातकोत्तर कक्षाओं के अध्यापन एवं शोध कार्यों से जुड़े हुए है| पूर्व में आपकी एक पुस्तक, "उघमी और उघमिता" (2001) प्रकाशित हो चुकी है| आपके द्वारा अनेक राष्ट्रिय एवं अंतराष्ट्रीय संगोष्ठियों में शोध पत्रों का वाचन किया गया है तथा गहन क्षेत्रीय अनुसंधानों पर आधारित अनेक शोध पत्र राष्ट्रिय एवं अंतर्राष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके है| आपके मार्गदर्शन में विद्यार्थियों द्वारा 3 लघु शोध किये जा चुके है तथा Ph.D. तथा शोध कार्य करवाए जा रहे है| वर्तमान में आपकी रूचि धर्म का समाजशास्त्र तथा मेवाड़ क्षेत्र के लोक देवी - देवताओं के अध्ययन अनुसंधान में हैं|
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