आधुनिक चकाचौध,बढ़ती प्रतियोगी प्रतिस्पर्द्धा तथा तथा प्रतीकात्मक स्तर के चलते किशोर विद्यार्थी अपनी आकांक्षाओं को पूरा नहीं कर पते है जिससे उनको असफलता मिलती है| आत्मविश्वाश कमजोर होने लगता है तथा उनमे नकारात्मक भाव या विचार उत्पन्न होने लगते है| पीड़ित कमजोर इचा शक्ति व आत्मविश्वाश के साथ जो भी नया काम शुरू करते है उसमे असफलता ही हाथ लगती है. उनके साथ बुरा हो रहा है, आगे भी बुरा ही होगा ऐसी भावना, विचार, कल्पना, चिंतन मनन से कुण्ठा, तनाव व आत्मग्लानी से ग्रसित होकर धीरे - धीरे अवसाद का शिकार हो जाते है जिसके कारन वे अपने आपको परिवार, मित्र, समाज, स्कूल, कोचिंग के वातावरण में समायोजित नहीं कर पाते है और वह आत्महत्या कर अपनी जीवनलीला को समाप्त कर लेते है| माता - पिता की अतिमह्त्वकंक्षा एवं करियर की प्रतिस्पर्द्धा के कारन कोचिंग विद्यार्थियों में पढाई का तनाव बढ़ रहा है जिससे शिक्षा नगरी कोटा में ९० प्रतिशत विद्यार्थी अवसाद की समस्या से झुंझ रहे है इसी समस्या को समझने के लिए इस पुस्तक की रचना की गई है| यह पुस्तक कोचिंग विद्यार्थियों के अवसाद को दूर करने में सहायक सिद्ध होगी|
व्यावसायिक प्रवेश परीक्षाओं में किशोरों की मानसिक स्थिति
Adolescent Mental Condition In Business Entrance Examinations (Hindi)
₹1,295.00
ISBN | 9788179067789 |
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Name of Authors | Dr. Mulchand Mina , Dr. Saroj Garg |
Name of Authors (Hindi) | व्यावसायिक प्रवेश परीक्षाओं में किशोरों की मानसिक स्थिति |
Edition | 1st |
Book Type | Hard Back |
Year | 2019 |
Pages | 229 |
"Dr. Saroj Garg has 22 year of teaching experience and presently she is working as professor at Lokmanya Tilak Teachers Training College at JRN Rajasthan Vidhyapeeth (Deemed-to-be University), Udaipur (Raj.). She is a life member of Indian Adult education Association, New Delhi and holds the position of Assistant Secreatary at Indian Adult Education Association. She holds her Ph.D. in pre-primary teacher education. She has written a number of research paper and articles in the field of education, published in national and international journals. She is member editorial board of vidhyapeeth news, research journal “Spandan” and women world. डॉ. मूलचन्द मीणा, एम.ए. (संस्कृत, राजनीति विज्ञान), लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय (सीटीई) डबोक, शिक्षा संकाय, जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड-टू-बी विश्वविद्यालय), उदयपुर से पोस्ट डॉक्टरल (यू.जी.सी.) के शोधार्थी है| आपकी स्कूली शिक्षा रा.उ.मा. विद्यालय सुल्तानपुर, कॉलेज शिक्षा राज. महाविद्यालय, कोटा, बी.एड. बी.एच.यू. वाराणसी, एम.एड (2007), पीएच.डी. (शिक्षा) 2013, जे.आर.एन. राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड-टू-बी विश्वविद्यालय), उदयपुर, नेट (शिक्षा) दिसम्बर 2007 यू.जी.सी. से उत्तीर्ण की है| आपने पी.जी.डी.सी. व RSCIT डिप्लोमा ऑपन यूनिवर्सिटी कोटा से 2011 में उत्तीर्ण किया है| आपने RSCIT (2011, 2013), REET (2015, 2017), CTET (2015) भी उत्तीर्ण की है| आपके 12 रिसर्च पेपर यू.जी.सी. रेफरड जर्नल्स में प्रकशित हो चुके हैं तथा 25 शोध सारांश पात्र राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार शोध पत्रिका में प्रकशित हो चुके है| आपने विगत 8 वर्षो तक महाराणा प्रताप शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय कोटा में सहायक आचार्य (संस्कृत, हिन्दी) पद पर कार्य किया| "
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