वागड़ दक्षिण राजस्थान की बहुत महत्वपूर्ण भौगोलिक इकाई है| यह प्रकृति की द्रष्टि से संपन्न होने के साथ संस्कृतिक द्रष्टि से भी बहुत संपन्न क्षेत्र है| यहां कला, स्थापत्य, साहित्य आदि का स्वतंत्र ढंग से विकाश हुआ है| यह विडम्बना ही है की अपार संस्कृतिक वैभाव के बावजूद अभी तक इस की परम्परा समाज के खाद-पानी से जिवंत और निरंतर है| युवा अध्येता डॉ.केसरीमल निनामा ने बहुत मनियोग और परिश्रम से इस क्षेत्र के साहित्य का आकलन करते हुए इस का समाजशास्त्रि मूल्याकन प्रस्तुत किया है| यह समय केंद्र से परिधि पर जाने का है| अध्येता परिधि के साहित्य की पहचान के लिए प्रयत्नशील है| इस सक्रियता से परिधि के साहित्य की केंद्र में मौजुदगी बड़ी है| साहित्यमे इस कारन वैविध्य और सम्रद्धि आई है| वागडी लोक साहित्य का यह समाजशास्त्रीय अध्ययन और मूल्याकन इस वैविध्य और सम्रद्धि करेगा|
वागडी लोक साहित्य का समाजशास्त्रिय अध्ययन
Sociological Study Of Vagadi Folk Literature (Hindi)
₹695.00
ISBN | 9788179066331 |
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Name of Authors | Dr. Kesarimal Ninama |
Name of Authors (Hindi) | डॉ. केसरीमल निनामा |
Edition | 1st |
Book Type | Hard Back |
Year | 2017 |
Pages | 222 |
Language | Hindi |
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