मानव भूगोल मानवीय क्रियाकलापों का सम्बन्ध प्राकृतिक घटनाओं के संदर्भ में समझा जाता है| सम्बन्धों की यह श्रंखला आदि मानव से लेकर वर्तमान के अति आधुनिक मानव के रूप में परिलक्षित होती है| मानव सभ्यता का यह विकासक्रम पृथ्वी पर अनल परिवर्तन कर विभिन्न समाजों के विकास का मार्ग प्रशस्त करता रहा है| मानव भूगोल इन्ही जटिलतम मानवीय क्रियाकलापों का अध्ययन है जिसके अर्न्तगत कही मानव प्रकृति का अनुसरण कर अपने समाज का विकास करता है तो कहीं प्रकृति को परिवर्तित कर अपने विकास की अमिट छाप छोड़ता है| प्रस्तुत पुस्तक इन्ही सब घटनाओं का अध्ययन मानव के विभिन्न रंग-रूप, खान-पान, रहन-सहन, रीती-रिवाज, आवास-प्रवास, आदि की प्राकृतिक घटनाओं के संदर्भ में देखने का एक सरल प्रयास किया गया है| वस्तुत: यह पुस्तक सुखाडिया विश्वविद्यालय के द्वितीय वर्ष के पाठ्यक्रमानुसार होने की सात ही सामान्य जन से लेकर मानव भूगोल के सभी विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगी|

मानव भूगोल
Human Geography (Hindi)
₹595.00
ISBN | 8179060020 |
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Name of Authors | Dr. B.L. Sharma, Dr. (Shrimati) Palak Bharadwaj |
Name of Authors (Hindi) | डॉ. बी. एल. शर्मा, डॉ. (श्रीमती) पलक भारद्वाज |
Edition | 1st |
Book Type | Hard Back |
Year | 2002 |
Pages | 278 |
Language | Hindi |
डॉ. बी.एल. शर्मा विगत तीन दशकों से भी अधिक वर्षों का अध्यापन अनुभव लिए राजकीय महाविद्यालय, भरतपुर, से उपाचार्य के पद से में सेवा-निवृत्त हुए हैं| डॉ. शर्मा अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भूगोलविद हैं| इनकी 22 पुस्तके (हिन्दी व् अंग्रेजी) भूगोल के विभिन्न विषयों पर प्रकाशित हो चुकी हैं तथा करीब 40 शोध पात्र भी देश-विदेश की पत्रिकाओं में छप चुके हैं| वर्तमान में सु.वि.वि. के भूगोल विभाग में “Sr. Guest Faculty Member” के रूप में कार्यरत हैं| डॉ. (श्रीमती) पलक भारद्वाज राजकीय मीरा कन्या महाविद्यालय, उदयपुर, में प्रवक्ता, भूगोल के पद पर कार्यरत हैं| इनकी रूचि शोध कार्य में रही है तथा इनकी पुस्तक “Perspective on agro-Ecological Problem” काफी चर्चित रही है|
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