हम लिखते क्यों हैं....???”यह प्रश्न जाने कितनी बवों पर सवार होकर कितनी बार हम तक पहुंचा है किन्तु जब हम उत्तर की तलाश में निकले है तो हर बार बस एक ही पुख्ता – सा उत्तर हमें मिल पता है की हम शब्दों में ढलना चाहते है, पिघलना चाहते और बह जाना चाहते है उस संतुष्टि के लिए जो बस लिखकर ही पाई जा सकती है| संभवतः इसी प्रश्न के सापेक्ष हमारे भीरत का लेखक सजग और सावधान हो उठता है की मेरे पाठक तक जो रचना पहुंचे वह उसके अपने संसार की हो, उसमे वह वातावरण हो जिसमे वह जीता है| इसी संदर्भ में मृणाल पांडे का रचनाकर्म पाठक और उसकी दुनिया के बहुत करीब से होकर गुजरता है| मृणाल पांडे हिन्दी कथा – साहित्य की सशक्त हस्ताक्षर है| मृणाल पांडे ने अपने यथार्थवादी लेखन से अपनी एक अलग छवि साहित्य के क्षेत्र में निर्मित की है| हर कथाकार जीवन को दो प्रकार से चित्रित करता है – एक में वह दुनिया को जैसा देखता है वैसा ही चित्रित करता है, दूसरे में वह अपने आसपास के जगत को मनोनुकूल बनाने के लिए अपनी कल्पना, अपने आदर्शों, अपने जीवन मूल्यों का स्पर्श गेटे हुए उसे अंकित करता है, इस संदर्भ में मृणाल पांडे का साहित्य पूरी तरह यथार्थवादी है| इसमे मानव जीवन एवं समाज का सम्पूर्ण वास्तविक चित्र तटस्थ द्रष्टि से चित्रित किया गया है लेखिका ने अपने साहित्यक विषय काल्पनिक संसार से ण लेकर वास्तविक संसार – समाज से उठाए है और इनके चित्रण में कही भी भावुकता को बाधक नहीं बनने दिया है| अन्य पक्ष में लेखिका ने यथार्थवादी सामाजिक परम्पगत सोच और कुरीतियों को बेबाकी से प्रस्तुत किया है किन्तु वहां कही भी अतिरंजना नहीं है| मृणाल पांडे के साहित्य में समकालीन यथार्थ का प्रभावी अंकन एवं विवेचन एक उपलब्धि ही कही जाएगी क्योंकि इनका यथार्थ कक्ल्पना के सहारे गढ़ा हुआ नहीं है, बल्कि परंपराओं और मान्यताओं के सूक्ष्म अवलोकन तथा अनुभूत सत्य पर आधारित है, इसी कारन यह विशेष प्रभावित भी करता है और इसी प्रभाव ने लेखक को प्रेरित किया मृणाल जी के साहित्यिक रचनाकर्म के अनुशीलन के लिए जिसकी परिणिति प्रस्तुत पुस्तक के रूप में है ...
मृणाल पाण्डे की कथा साहित्य का अनुशीलन
Followed By Mrinal Pandey’s Fiction (Hindi)
₹695.00
ISBN | 9788179068335 |
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Name of Authors | Dr. Jaydev Paneri |
Name of Authors (Hindi) | डॉ. जयदेव पानेरी |
Edition | 1st |
Book Type | Hard Back |
Year | 2020 |
Pages | 355 |
Language | Hindi |
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