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मेवाड़ के इतिहास में आलेख

Script in History Of Mewar (Hindi)

595.00

ISBN: 9788179068397
ISBN 9788179068397
Name of Authors Dr. Ghopal Vyas
Name of Authors (Hindi) डॉ. ग़ोपाल व्यास
Edition 1st
Book Type Hard Back
Year 2020
Pages 174
Language Hindi

डॉ. व्यास कृत “मेवाड़ के इतिहास में आलेख (script)” में विभिन्न विश्वविद्यालयों, सगोष्टियों, सेमिनार आदि में लेखक द्वारा पढ़े गए शोध-लेख हैं| यह लेख मूलत: मेवाड़ की व्यवहार-संस्कृति के बारे में है| इतिहास में व्यवहार संस्कृति द्रष्टा के लिए द्रष्यन्तों का कार्य करती है और यह विकास की गति और प्रगति के लिए स्त्रोत (sources) का साधन बन जाता है| मेवाड़ की जन – प्रकृति एवं प्रवृत्तियों में उल्लेख परम्पराओं तथा प्रथाओं में तथ्यों व् साक्ष्यों को डॉ. गोपाल व्यास ने द्रष्टिगत किया है| उसी प्रकार पर्यवान और पर्यटनके अलग – अलग आध्यात्मिक, धार्मिक और आर्थिक-ज्ञान उत्पन्न करने के साधनों पर लिखा गया है| महिला-पात्रों की स्थिति, मेवाड़ की शक्ति – उदय के द्वितीय चरण और इतिहास में सम्पादन के महत्त्व के बारे में लेखक के लेख अध्यायार्थ उपयोगी है|

"नाम – डॉ. गोपाल व्यास (डॉ. गोपाल वल्लभ व्यास) जन्म – 27 जून, 1946, उदयपुर (राज.) माता – (स्व) श्रीमती मोहन वाई, पिता – (स्व) श्री मुकुट लाल जी आमेटा| शिक्षा – एम.ए. (इतिहास, समाजशास्त्र, हिन्दी, साहित्य), संस्कृति पी.जी. डिप्लोमा, आई.जी.डी. (मुंबई), पी.एच.डी (इतिहास) प्रकाशन – इतिहास विद्या – 15 पुस्तके, सहयोग: 8 पुस्तक, साहित्य विद्या: फूटकर कविताएँ – 6 पुस्तक, पात्र-पत्रिका: 62 शोध-पात्र (इतिहास), 10 साहित्य – आलेख, विविध विषयों के 23 आलेख, कोटा खुला विश्वविद्यालय हेतु पी.जी. के लिए इतिहास – दर्शन के तीन पाठ, राजस्थान शिक्षा बोर्ड के तीन वर्ष तक तित्हस के पुस्तक के लेखन, सदस्य: (1) राजस्थान इतिहास कांग्रेस (2) भारतीय इतिहास कांग्रेस (3) अंशकालीन सदस्य मनोनीत, राजस्थान साहित्य अकादमी के प्रकाशन सहयोग समिति, 1995-96ई. सम्मान – महाराणा कुम्भा सम्मान (2010ई.) महाराणा मेवाड़ चेरेटिबलफा फाउंडेशन| पद पर कार्य किया – (1) राजस्थान मेडिकल कॉलेज में वरिष्ट तकनीशियन (1963 – 1982ई.), (2) राजस्थान कॉलेज शिक्षा सेवा (R.E.S) में (1982 – 2003ई.) वरिष्ठ प्राध्यापक, (3) प्राचार्य (2006 – 2010ई.), स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय, सागवाडा (डूंगरपुर – राज) (अभी सेवामुक्त) शोध – निर्देशन (1) मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय उदयपुर एवं (2) पेसिफिक विश्वविद्यालय, उदयपुर (राज.)

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