डॉ. व्यास कृत “मेवाड़ के इतिहास में आलेख (script)” में विभिन्न विश्वविद्यालयों, सगोष्टियों, सेमिनार आदि में लेखक द्वारा पढ़े गए शोध-लेख हैं| यह लेख मूलत: मेवाड़ की व्यवहार-संस्कृति के बारे में है| इतिहास में व्यवहार संस्कृति द्रष्टा के लिए द्रष्यन्तों का कार्य करती है और यह विकास की गति और प्रगति के लिए स्त्रोत (sources) का साधन बन जाता है| मेवाड़ की जन – प्रकृति एवं प्रवृत्तियों में उल्लेख परम्पराओं तथा प्रथाओं में तथ्यों व् साक्ष्यों को डॉ. गोपाल व्यास ने द्रष्टिगत किया है| उसी प्रकार पर्यवान और पर्यटनके अलग – अलग आध्यात्मिक, धार्मिक और आर्थिक-ज्ञान उत्पन्न करने के साधनों पर लिखा गया है| महिला-पात्रों की स्थिति, मेवाड़ की शक्ति – उदय के द्वितीय चरण और इतिहास में सम्पादन के महत्त्व के बारे में लेखक के लेख अध्यायार्थ उपयोगी है|
मेवाड़ के इतिहास में आलेख
Script in History Of Mewar (Hindi)
₹595.00
ISBN | 9788179068397 |
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Name of Authors | Dr. Ghopal Vyas |
Name of Authors (Hindi) | डॉ. ग़ोपाल व्यास |
Edition | 1st |
Book Type | Hard Back |
Year | 2020 |
Pages | 174 |
Language | Hindi |
"नाम – डॉ. गोपाल व्यास (डॉ. गोपाल वल्लभ व्यास) जन्म – 27 जून, 1946, उदयपुर (राज.) माता – (स्व) श्रीमती मोहन वाई, पिता – (स्व) श्री मुकुट लाल जी आमेटा| शिक्षा – एम.ए. (इतिहास, समाजशास्त्र, हिन्दी, साहित्य), संस्कृति पी.जी. डिप्लोमा, आई.जी.डी. (मुंबई), पी.एच.डी (इतिहास) प्रकाशन – इतिहास विद्या – 15 पुस्तके, सहयोग: 8 पुस्तक, साहित्य विद्या: फूटकर कविताएँ – 6 पुस्तक, पात्र-पत्रिका: 62 शोध-पात्र (इतिहास), 10 साहित्य – आलेख, विविध विषयों के 23 आलेख, कोटा खुला विश्वविद्यालय हेतु पी.जी. के लिए इतिहास – दर्शन के तीन पाठ, राजस्थान शिक्षा बोर्ड के तीन वर्ष तक तित्हस के पुस्तक के लेखन, सदस्य: (1) राजस्थान इतिहास कांग्रेस (2) भारतीय इतिहास कांग्रेस (3) अंशकालीन सदस्य मनोनीत, राजस्थान साहित्य अकादमी के प्रकाशन सहयोग समिति, 1995-96ई. सम्मान – महाराणा कुम्भा सम्मान (2010ई.) महाराणा मेवाड़ चेरेटिबलफा फाउंडेशन| पद पर कार्य किया – (1) राजस्थान मेडिकल कॉलेज में वरिष्ट तकनीशियन (1963 – 1982ई.), (2) राजस्थान कॉलेज शिक्षा सेवा (R.E.S) में (1982 – 2003ई.) वरिष्ठ प्राध्यापक, (3) प्राचार्य (2006 – 2010ई.), स्नातकोत्तर महिला महाविद्यालय, सागवाडा (डूंगरपुर – राज) (अभी सेवामुक्त) शोध – निर्देशन (1) मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय उदयपुर एवं (2) पेसिफिक विश्वविद्यालय, उदयपुर (राज.)
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