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संशिरा

Sansheera (Hindi)

205.00

ISBN: 9788179066003
Categories:
ISBN 9788179066003
Name of Authors Dr. Ashok Pandya
Name of Authors (Hindi) डॉ. अशोक पण्डया
Edition 1st
Book Type Hard Back
Year 2017
Pages 117
Language Hindi

"विश्वकोष की व्युत्पति हो या आध्यात्मिक लेख, कांटीनम की अंग्रेजी कविता हो याई बी का आर्टिकल या कल्पतरु का राईट अप, तसरा नेत्र का छन्द हो या मृदुला का गीत, खंडकाव्य हो या शाही गजल, डा.पण्डया की रचनाओं में यथार्थ का उत्स तो भावों की भागीरथी बहती नजर आती है| तिरुत्तरा, तिसरानेत्र, आनन्द-दीप, मृदुला, दर्पण,निबन्धिका, 'आसव' आदि आपकी चर्चितकृतियाँ है| 'संशिरा' आपके हाथ में है| कसौटी, आदर्शनारी, तिसरानेत्र, परिचय, मेरा प्यारा भारत ऐसा, दिव्य पुरुष, पुनरद्रष्टि और मृदुला आदि खंडकाव्य है| संवेदनशीलता सृजन का गर्भ है, यह व्यक्ति को व्यक्तित्व बना देती है| कवी, चिंतक, लेखक के साथ-साथ संस्कृति तथा समाजसेवा के विविध रूपों शील ने डा. पण्डया को बिम्बित कर सहस्त्राब्दीके सफरनामे में दर्ज किया है| बीसवीं सदी की साझं ने डा.पण्डया को इंदिरा प्रियदर्शिनी, राष्ट्रीय एकता, विजयरत्न, भारत उत्कृष्टता आदि राष्ट्रीय पुरस्कारों एवं स्वर्णिपदक सहित कई पुरस्कारों की माला पहनाई तो नई शताब्दी की सुप्रभात ने मेन ऑफ़ अचिव्हमेंट (२०००), भारतमाता अवार्ड (२००१), नियो सेंचुरी अवार्ड (२००१), बेस्ट एस्ट्रोलोजर अवार्ड (२००१), विघा रत्न अवार्ड (२००२), इन्थालेक्च्याल फेलोशिप (२००२), सारस्वत सम्मान (२००३), आई.आई.सी. राईटर्स अवार्ड (२००५), वागिव्दंवर सम्मान (२००६), विद्यावागीश सम्मान (२००६) साहित्य शिरोमणि (२००७), भारत भूषण (२००७), दुष्यन्त कुमार साहित्य सम्मान (२००८), डा. उर्मिलेश स्मृति सम्मान (२००८), कबीर सम्मान (२००८), अखिल भारतीय विद्वद सम्मान (२००९), हिन्दी भाषा भूषण (२००९), भारत एक्सीलेंस अवार्ड (२००९), साहित्य सौरभ (२०१०), शाहित्य मनीषी (२०१०), अकादमी सम्मान(२०१०), वोद्यासागर (२०११), स्वर्ण पदक (२०११), भारत गौरव सम्मान (२०१२) कलानिधि सम्मान (२०१३), भारत सारस्वत सम्मान (२०१४), डा. भीमराव अम्बेडकर सम्मान (२०१५), इन्दिरा गाँधी अवार्ड (२०१५), बेस्ट पेर्सिनालिटीज ऑफ इन्डिया (२०१५), स्वर्ण पदक एवं महात्मा गाँधी अवार्ड (२०१५) से अभिषिक्त किया| अमेरिकन बियोग्रफिकल इंस्टिट्यूट ये.इस.ए. के परामर्शक मण्डल के सदस्य के रूप में प्रवर्तमान आप कई संस्थाओं से सम्बंद्द स्वयं एक संस्था है| "

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