महानगर, नगर, कस्बों और दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रो में हर वर्ग तक अधुनातन विचारों, नवीनतम जानकारियों, ज्ञान, विज्ञान और मनोरंजन पहुँचाने में सक्षम आकाशवाणी ने आवाज की दुनिया से जब मनुष्य का परिचय कराया तब उसके लिए इस संचार माध्यम की और आकृष्ट होना सहज स्वाभाविक था| यह मनुष्य की जिज्ञासु प्रवृति का ही परिणाम था की आकाशवाणी अपनी प्रारंभिक अवस्था से शीघ्र ही विकासोन्मुखी हुई और नित नए प्रयास होने लगे| इसी क्रम में विश्व के धरातल पर प्रथम: शब्दों के सीधे प्रसारण का महान कार्य अमेरिका के मर्रे शहर में हुआ| तदुपरांत भारत के नक्शे पर अनेकानेक स्थानों पर आकाशवाणी का प्रभुत्व अंकित हुआ| आज के वैज्ञानिक युग में आकाशवाणी की महत्ता सिद्ध हो चूंकि है| भारत का राष्ट्रीय प्रसारण तंत्र आकाशवाणी मानव की तेजी से भागती जिन्दगी के उतार – चढ़ाव को अपनी प्रसारण की विविध विधाओं में माध्यम से जनमानस के बिच चित्रित करता है| यही आकाशवाणी संस्था एक स्वस्थ दिशा, सदगुणों की सीख और समाज को सुखमय बनाने की सीख देती है| यह शिखा जो ‘बहुजन हिताय बहुतन सुखाय’ के महान उद्देश्यों की और अग्रसर है| इसी के माध्यम से निज का जीवन, परिवार, कुटुम्ब और समाज तथा राष्ट्र के सात वैशिक बंधुत्व की भावना विकसित हुई|
आकाशवाणी एवं प्रसारण विधाए
All India Radio & Broadcasting (Hindi)
₹395.00
ISBN | 8186231986 |
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Name of Authors | Shrimali Indraprakash |
Name of Authors (Hindi) | डॉ. इंद्रा प्रकाश श्रीमाली |
Edition | 1st |
Book Type | Hard Back |
Year | 2001 |
Pages | 148 |
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